दुनियां में बदलते भारत की तस्वीर-----
1-दुनियां में बदलते भारत की तस्वीर-----
पन्द्रह अगस्त सन ऊँन्नीस सौ सैंतालीस को स्वतंत्रता प्राप्ति के समय से ही भारत सामाजिक विखंडन एव बटवारे की त्रादसी से निरंतर साक्षात्कार होता रहा है धर्म के आधार पर द्वी राष्ट्र सिद्धान्त पर प्राप्त आजादी नोवाखाली घटना एव विस्थापितों की समस्या के साथ साथ विकास सीमाओं की रक्षा आत्म निर्भरता रोजगार आदि अनेको समस्याओं का सामना राष्ट्र को करना पड़ा सौभाग्य से भारत के जितने भी नेतृत्व रहे है उनके द्वारा कुछ न कुछ सार्थक प्रायास राष्ट्र समाज विकास हेतु किये गए है जिन्हें कदापि विस्मृत नही किया जा सकता नेहरू जी से नरसिंह राव का कार्य काल भी आधुनिक दृढ़ मजबूत भारत की आधार शिला रखने के उद्देश्यों की अवधारणा का मूल थी चाहे हरित क्रांति हो या मिश्रित अर्थव्यवस्था की इंद्रा जी की पहल या नई अर्थव्यवस्था के शिल्पी डॉ मनमोहन सिंह जी हो या लाल बहादुर शास्त्री जी की जय जवान जय किसान की सार्थकता इसी मध्य भारत को चीन से एव पाकिस्तान से कुल चार अनचाहे युद्ध मे जन धन को लगाना पड़ा ।अब भारत एक शसक्त जागरूक एव विकास की नव उद्देश्य को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है जम्मू कश्मीर को एक राष्ट्र एक संविधान दायरे में लाना भारत की अखंडता संप्रभुता के लिये ठोस साहसिक निर्णय निश्चय ही मिल का पत्थर सावित होगा ।डोकलाम एव उग्रवादियों के विरुद्ध सफलता पूर्वक दो स्ट्राइक करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के वर्तमान नेतृत्व ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्षम राष्ट्र के तौर पर सार्थक संदेश दिया है।बेरोजगारी की समस्या के निराकरण के लिये स्किल इंडिया स्टार्टअप इंडिया प्रधान मंत्री मुद्रा योजना जन धन योजना उज्जवला योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मनरेगा आदि अनेको योजनाओं का संचनल किया जा रहा है जिससे कि आंतरिक सामाजिक आर्थिक विषमता को दूर किया जा सके लेन देन की पद्धति इलेक्ट्रॉनिक माध्यमो से अधिक से अधिक किया जाना लाभार्थियों के खाते में सीधे राशि स्थानांतरित करना किसानों को किसान सम्मान निधि वर्तमान नेतृत्व की साफ नीति नीयत का प्रमाण है।नई शिक्षा नीति के साथ साथ रोजगार परक शिक्षा एक ठोस कदम है आतंरिक स्तर पर एक मजबूत ईमानदार कार्य प्रणाली का उद्भव है तो विज्ञान के क्षेत्र में नई नई तकनीकों का विकास रक्षा एव अंतरिक्ष के क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में गुणवत्ता नए भारत की मजबूत छबि बनाती है।
जनसंख्या बृद्धि के लिये समान नागरिक संघीता समय की जरूरत एव मांग है।विगत दो वर्षों में संपूर्ण विश्व कोरोना की त्रादासी से त्राहि त्राहि कर रहा है ऐसे में भारत के कुशल नेतृत्व में कम से कम जन हानि एव इतने विशाल जनसंख्या के रोजी रोटी की कारगर व्यवस्था सम्पूर्ण विश्व के लिये एक आदर्श प्रतुत किया है साथ ही साथ आर्थिक क्षेत्र में भी हनियो की त्वरित भरपाई की कारगर योजना ने
राष्ट्र के संकल्पित एव समर्पित आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के चमत्कारी में किया है।विश्व मे आज हर छोटी बड़ी समस्या में यदि भारत को निराकरण के लिये उचित सम्मान आदर दिया जाता है तो उसका श्रेय मोदी जी की ईमानदार राष्ट्र नेतृत्व उसका प्रमुख कारण है।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर गोरखपुर उत्तर1
Gunjan Kamal
26-Nov-2022 09:49 AM
शानदार प्रस्तुति 👌
Reply
Sachin dev
18-Nov-2022 04:02 PM
Nice 👍
Reply